पिता और बेटे की जिंदगी की सबक कहानी

लेकिन फिर भी लड़के को सुनना पड़ा था यह सब कुछ और छोटे पक्षी को बचाने के लिए हुआ था जिसके कारण लड़के ने बहुत कुछ सुना था, पिताजी ने बताया की तुम्हे अगर ऐसा लग रहा था की वह नहीं मान रहा है तो तुम्हे यह बात हमे बतानी चाहिए थी मगर तुमने तो उसकी पिटाई कर दी थी जिसकी वजह से बहुत कुछ गलत हो गया था तुम्हे यह सब नहीं करना चाहिए था क्योकि इससे परेशानी कम नहीं हुई थी बल्कि बहुत ज्यादा बढ़ गयी थी यह काम बहुत अच्छा नहीं था माना कीगलती उसकी थी मगर झगड़ा जरुरी नहीं था, यही तुमने गलती की थी अब इस बात का ध्याना रखना बहुत जरुरी है आगे से ऐसा नहीं करना है 

पिता और बेटे की जिंदगी की  सबक कहानी
pita aur bete kijindgi ki sabk kahani

पिता और बेटे की जिंदगी की  सबक कहानी

 इसकी आदत बहुत ज्यादा खराब हो गयी है अगर यह जल्दी नहीं बदलाव लाएगा तो जिंदगी में हमे और इसे दोनों को ही पछताना पड़ सकता है मगर आपका ध्यान इस और नहीं है  आप क्यों नहीं समझते हैं अगर आप इसे नहीं समझा सकते तो मुझे ही कोई रास्ता सोचना होगा यह  ज्यादा बिगड़ गया है आज यह किसी से झगड़ा करके आया है और वह लोग हमारे पास आए थे जिसकी वजह से मुझे भी सुनना पड़ था यह बात अच्छी नहीं है इसे हमें समझाना ही होगा यह धीरे-धीरे बड़ा हो रहा है और यह समस्या पैदा कर रहा है जबकि बड़े होने के साथ-साथ जिम्मेदारियों का भी होना बहुत जरूरी होता लेकिन इसके सामने तो कोई जिम्मेदारी ही नहीं है जिसकी वजह से यह हमें भी परेशान करेगा वह जीवन में अपना भी लक्ष्य खो देगा पति ने पूछा यह किस के साथ झगड़ा करके आया

तभी पत्नी ने बताया है कि मैं घर पहुंची थी और कुछ लोग यहां पर खड़े हुए थे यह अंदर छुपा हुआ था क्योंकि इसे डर लग रहा था कि वह लोग इसकी पिटाई कर देंगे यह किसी लड़के को पीट कर आया था उसी के घर वाले यहां पर आए हैं और इसके बारे में मुझे बता रहे थे जब मैंने यह बात सुनी तो बहुत गुस्सा आया और मैंने भी सोचा कि अब इससे सुधारना ही होगा इसलिए आज से खाने को कुछ भी नहीं दिया गया है और आप भी इस बारे में कुछ नहीं बोलेंगे अगर आप इसकी ज्यादा तारीफ करते हैं तो यह बिगड़ जाएगा और कभी भी अपने आप को सुधार नहीं पाएगा यह बात आपको सोचने चाहिए इसलिए आज मैंने खाना नहीं दिया है जब वह भूखा रहेगा तो पता चलेगा कि कभी भी गलती करने के लिए बार बार सोचना पड़ेगा तभी इसे अकल आएगी नहीं तो यह जीवन भर पछताए गा और हमें भी बहुत दुख देगा पिताजी अपने बेटे के पास जाते हैं और कहते हैं कि तुम्हें ऐसा नहीं करना चाहिए तुम्हें किसी की भी पिटाई नहीं करनी चाहिए यह बात तुम्हें समझ आ जानी चाहिए अगर तुम ऐसा करते हो तो दूसरे लोगों की नजर में तुम हमेशा के लिए गिर जाते हो जबकि ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे कि दूसरे लोग तुम्हें बुरा समझे मैं यह नहीं चाहता कि कोई भी आकर यहां पर तुम्हें बुरा समझे इसलिए तुम्हें सुधार अपने अंदर जरूर लाना ह

अगर तुम ऐसा करते हो तभी जीवन में अच्छा कर पाओगे अपने पिता की बात सुनकर लड़का हूं थोड़ा सोच में पड़ जाता है और सोचता है कि शायद उससे बहुत बड़ी गलती हो गई है उसकी आंखों में आंसू आ जाते हैं और कहता है कि आज के बाद से मैं ऐसा नहीं करूंगा उसके बाद पिता को लगता है कि शायद बेटे के अंदर बदलाव आ रहा है वह अपनी जिम्मेदारियों को समझ रहा है,तभी पिताजी कहते हैं कि मेरे समझाने से तुम समझ गए हो बात तो समझ में आ गई है लेकिन यह बात हमेशा याद रखना कि जीवन में ऐसा कोई भी काम नहीं करना है जिससे किसी को भी परेशानी हो और उसका सामना तुम्हें करना पड़े उसके बाद माता कहती है कि मुझे लगता नहीं है किस के अंदर कोई सुधार आया है मुझे तो ऐसा लग रहा है कि अभी भी बातें बना रहा है और उसके बाद फिर से वही करना शुरू कर देगा जिसके लिए मैंने मना किया है लड़का कहता है कि आज के बाद मैं ऐसा नहीं करूंगा आप मुझ पर विश्वास कर सकते हो

पिताजी ने कहा कि अब यह समझ गया अब इसे डांटने की जरूरत नहीं है उसके बाद पिताजी ने कहा इसके लिए खाने के लिए लेकर आओ यह भूखा होगा और यह अब से कुछ ऐसे नहीं करेगा जिससे किसी को परेशानी हो लड़का इस बात को समझ गया था कि वह जीवन में ऐसा कोई काम नहीं करेगा जिससे उसके माता पिता को हमेशा झुकना पड़े वह जानता था कि उससे बहुत बड़ी गलती हो गई है वह उस गलती को सुधारना चाहता है उसके बाद पिताजी पूछते हैं कि तुम ने उसकी पिटाई क्यों की थी क्या तुम मुझे बता सकते हो लड़के ने बताया कि वह एक छोटे पक्षी को परेशान कर रहा था, मैंने मना किया कि परेशान नहीं करना चाहिए लेकिन वह नहीं माना जिसकी वजह से मुझे उसकी पिटाई करनी पड़ी मैं भी जानता हूं कि छोटे पक्षी को परेशान करना गलत होता है वह उड़ नहीं पा रहा था शायद उसे चोट लगी थी लेकिन वह बार-बार उसे परेशान कर रहा था जिससे मुझे गुस्सा आ गया और मैंने उसकी पिटाई कर दी उसी के बाद मैं घर आ गया और पीछे पीछे उसके माता-पिता भी आ गए माता पिता दोनों समझ गए थे कि क्या हुआ था लड़के की गलती नहीं थी

लेकिन फिर भी लड़के को सुनना पड़ा था यह सब कुछ और छोटे पक्षी को बचाने के लिए हुआ था जिसके कारण लड़के ने बहुत कुछ सुना था, पिताजी ने बताया की तुम्हे अगर ऐसा लग रहा था की वह नहीं मान रहा है तो तुम्हे यह बात हमे बतानी चाहिए थी मगर तुमने तो उसकी पिटाई कर दी थी जिसकी वजह से बहुत कुछ गलत हो गया था तुम्हे यह सब नहीं करना चाहिए था क्योकि इससे परेशानी कम नहीं हुई थी बल्कि बहुत ज्यादा बढ़ गयी थी यह काम बहुत अच्छा नहीं था माना कीगलती उसकी थी मगर झगड़ा जरुरी नहीं था, यही तुमने गलती की थी अब इस बात का ध्याना रखना बहुत जरुरी है आगे से ऐसा नहीं करना है